Maha Lakshmi Yog कुंडली में महा लक्ष्मी योग बनाएगा आपको धनवान

Kundli Yog


  इस संसार में प्रत्येक व्यक्ति धनवान बनना चाहता है परंतु धनवान वही बनता है जिनकी कुंडली में शुभ योग होते हैं अगर कुंडली में अशुभ योग हो तो व्यक्ति लाख मेहनत करने पर भी धनवान नहीं हो सकता कई बार तो व्यक्ति मध्य वर्ग में जन्म लेकर अच्छी उन्नति को प्राप्त कर लेता है यह जन्म काल के ग्रह स्थिति के अनुसार उत्पन्न सुख योगी का प्रभाव होता है जब जन्म कुंडली में अच्छे योग बनते हैं तो व्यक्ति कम मेहनत करने पर भी अधिक लाभ, यश ,मान एवं उन्नति को प्राप्त होता है । आज हम ऐसे ही योग के बारे में विश्लेषण करेंगे जिसके कारण व्यक्ति मध्यम वर्ग से उठकर संसार में अपना नाम कमाता है वह योग अगर किसी की जन्म कुंडली में उपस्थित हो तो वह अच्छी उन्नति प्राप्त करता है जब जन्म कुंडली में चंद्रमा और मंगल की युति होती है तो इसे महालक्ष्मी योग के अंतर्गत लिया जाता है इस योग को राजयोग भी कहा जाता है


कब बनता है Maha Lakshmi Yog  :-


जब जन्म समय में मंगल और चंद्रमा कहीं पर भी इकट्ठे बैठते हैं तो महालक्ष्मी योग उत्पन्न होता है । यह योग में मेष, वृषभ, कर्क, वृश्चिक एवं मकर मैं बने तो ज्यादा फलदाई होता है । जब चंद्र मंगल दूसरे, नवम ,दसवें एवं एकादश भाव में होते हैं तो व्यक्ति मध्यम वर्ग में उत्पन्न होने पर भी अच्छे उन्नति यश मान प्राप्त करता है । व्यक्ति का मेहनत करने पर भी अच्छा लाभ अंकित करता है । उसे प्रत्येक कार्य में सफलता मिलती है । छोटे बड़े सभी लोग उसका मान करते हैं । वह छोटे कार्य से प्रारंभ करता है जल्दी ही अच्छी उन्नति को पा कर बड़ा बिजनेसमैन बन जाता है । यह प्रभाव महालक्ष्मी योग है।




कैसे फलीभूत होता है महालक्ष्मी योग:- 


जब चंद्र मंगल की युद्ध दूसरे घर में होती है तो व्यक्ति कुटुंब के सहयोग से अच्छा धन अर्जित करता है । जब मंगल चंद्र में से कोई एक अपनी राशि का हो अथवा उसका हो तो व्यक्ति शीघ्र उन्नति पता है। जब मंगल चंद्र की युति नवम भाव में होती है तो व्यक्ति अपने भाग्य से अच्छी उन्नति को प्राप्त करता है । जब चंद्र मंगल की युति दशम भाव में होती है तो व्यक्ति अपनी मेहनत से एवं पिता के सहयोग से अच्छे कारोबार में प्रयुक्त होकर उन्नति को प्राप्त करता है । जब मंगल चंद्र की युति एकादश भाव में हो तो व्यक्ति कोई भी छोटा बड़ा काम करें उसमें लाभ प्राप्त होता है और वह अच्छी उंगली को प्राप्त करता है। क्योंकि महालक्ष्मी योग के कारण व्यक्ति दिन प्रतिदिन उन्नति की और अग्रसर होता है ।


 कब विफल होता है महालक्ष्मी योग:- 


कई बार जातक की जन्म कुंडली में चंद्र मंगल की युति होने पर भी उसे अच्छा फल प्राप्त नहीं होता क्योंकि अगर चंद्र मंगल किसी क्रूर या पापी ग्रह से पीड़ित हैं तो वह अपना फल नहीं दे सकते । इसी तरह व्यक्ति अधिक मेहनत करने पर भी अपना जीवन यापन बड़ी कठिनाई से करता है । जब यह योग त्रिक (6,8,12 )में बनता है । तब भी व्यक्ति को इसका अच्छा फल प्राप्त नहीं होता । जब यह योग शत्रु राशि में बनता है अथवा क्रूर ग्रहों की दृष्टि केंद्र मंगल पर पड़ती है तब भी यह व्यक्ति को अच्छा फल प्रदान नहीं करता । इसलिए कुंडली का अच्छी प्रकार से विचार करके लक्ष्मी योग का फल प्राप्त किया जा सकता है ।


 


सावधानियां एवं उपाय:- 


जब महालक्ष्मी योग होने के बाद भी व्यक्ति के जीवन में बढ़ाएं एवं धन की कमी हो तो व्यक्ति को सर्वप्रथम अपनी माता का सत्कार करना चाहिए। चंद्र और मंगल का जप दान करें । निकृष्ट स्थान पर होने से ग्रह का रत्न धारण करें । शत्रु से पीड़ित होने पर मां लक्ष्मी की उपासना करें । अपने व्यवहार में विनम्रता लायें। 


Also Read : Shukar Ast 2024 : सभी राशियों पर दिखेगा विशेष प्रभाव

FAQs


1. प्रश्न: महा लक्ष्मी योग क्या है और इसका महत्व क्या है?


   उत्तर: महा लक्ष्मी योग तब बनता है जब जन्म कुंडली में लाभ और धन के ग्रह विशेष स्थिति में होते हैं। यह योग व्यक्ति को अपार धन-दौलत, सुख-सुविधा और समृद्धि प्रदान करता है।


2. प्रश्न: महा लक्ष्मी योग किन ग्रहों की स्थितियों से बनता है?


   उत्तर: इस योग का निर्माण जब मंगल और चन्द्र  नवम स्थान या द्वितीय स्थान में रहते हैं। यह व्यक्ति के जीवन में वित्तीय स्थिरता और समृद्धि लाता है।


3. प्रश्न: महा लक्ष्मी योग किन-किन राशियों में प्रभावी होता है?


   उत्तर: यह योग सभी राशियों में प्रभावी हो सकता है, लेकिन मेष  वृषभ तुला और वृश्चिक राशियों में इसका प्रभाव अधिक रहता है। यह योग इन राशियों के जातकों को विशेष लाभ प्रदान करता है।


4. प्रश्न: महा लक्ष्मी योग के सकारात्मक परिणाम कब देखने को मिलते हैं?


   उत्तर: इस योग के फल शुभ फलदायी दशाओं में देखे जाते हैं। इसके परिणाम जन्मकाल से लेकर मध्यायु तक किसी भी समय देखे जा सकते हैं, लेकिन दशा-अंतर्दशा के समय इसका प्रभाव विशेष होता है।


5. प्रश्न: महा लक्ष्मी योग से जुड़े कौन से उपाय करने चाहिए?


   उत्तर: देवी लक्ष्मी की नियमित पूजा, विष्णु-लक्ष्मी के मंत्र-जप, सफेद वस्त्र धारणा, और शुक्रवार के दिन वैभव लक्ष्मी का  व्रत रखने से इस योग का प्रभाव अधिक बढ़ जाता है। इन उपायों से समृद्धि और धन के रास्ते खुलते हैं | 

whatsapp